Tuesday, October 19, 2010

एक बार जो तुम आ जाते

एक बार जो तुम आ जाते,

            मेरे अधरों पे बनकर गीत,
            श्वास वीणा का बन संगीत,
           मन से तुमको हम गुनगुनाते,
एक बार जो तुम आ जाते,
             सिर चढाते चरणों कई धूल,
             स्वंय बन कर हम फूल,
             पथ मे तुम्हारे बिछ जाते,
एक बार जो तुम आ जाते,
             चंदा बन दुनिया मे मेरी,
             ना होती ये रात अन्धेरी,
            आँसू मेरे तारे बन जाते,
एक बार जो तुम आ जाते,
           कितना स्नेह कितना प्यार,
           मिलता मुझे नया संसार,
           सर्वस्व तुम पे हम वार जाते,
एक बार जो तुम आ जाते,
         लाली इन कपोलों पर आती,
         मुस्कान अन्नत अधरों पे छाती,
         ह्रदय सुमन ना यूँ मुर्झाते,
एक बार जो तुम आ जाते,
         सावन के झूलों पर मेरे संग,
        उपवन मे बन पुष्पों का रंग,
       बसन्त मे मेरा घर महकाते,
एक बार जो तुम आ जाते,
        मरुथल मन मे बन प्रेम सागर,
      सिचते प्रेम तरू भर क्ष्रद्धा गागर,
      मेरे जीवन की प्यास बुझाते,
एक बार जो तुम आ जाते,
      बाँध लेते बाँहो के बंधन,
      कर लेते मेरा आलिंगन,
      और पलके बंद कर शर्माते,
एक बार जो तुम आ जाते,

1 comment:

  1. बहुत ही भावभीनी प्रस्तुति।

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