Wednesday, October 27, 2010

मेरे दोस्त
तुम बहुत सुन्दर हो
चाँद से भी ज्यादा
कोमल हो गुलाब से भी,


परन्तु क्यो स्वंय को
बनाना चाहती हो शिकार
सबकी पापी नज़रो का
ये पारदर्शी वस्त्र पहनकर
क्या दिखाना चाहती हो
अपना शरीर या आधुनिकता,


दिखाना चाहती हो
कि “मै माड्रन हूँ“
यदि हो तो
निवस्त्र  हो के दिखाओ,
या अपना शरीर
जो नुमाईश की नही
छुपाने की चीज है
यदि वो सबको दिखाना है
तो क्या आवश्यकता
इन पारदर्शी वस्त्रो की

No comments:

Post a Comment