कब तक रहोगी दूर मुझसे ,
कब तक नजरे चुराओगी,
दूर रह कर तुम मुझसे,
एक पल चैन न पाओगी,
कहाॅ तक अकेले चलोगे ,
जीवन राह हें बडी कठोर,
कैसे न तुम हमपे मरोगे,
हर मोड पे मिलेगा चित्तचोर,
जहाॅ देखोगे में ही दिखूगा,
कब तक न प्रेम जागेगा,
प्रेम की विनती जब करूगा ,
क्यो न मुझसे मन लगेगा ,
मन का क्या कहीॅ भी आजाता हें ,
जबरदस्ती न प्यार किसी का पाता हें,
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