तू धुन तो बन कर देख, तेरा गीत मैं बन जाऊंगा
तू प्रीत तो बढा मुझसे, तेरा मीत मै बन जाऊंगा
तुम दरिया बन कर आओगी, प्यास बन जाऊंगा मैं
अमिट प्रेम के प्रथम मिलन की, आस बन जाऊंगा मैं
तू मन से तो निभा कर देख, तेरी प्रीत बन जाऊँगा मैं
तू बाँसुरी तो देख बन कर, तेरा संगीत मै बन जाऊँगा
तू प्रीत तो बढा मुझसे, तेरा मीत मै बन जाऊंगा
तू धुन तो बन कर देख, तेरा गीत मैं बन जाऊंगा
तुम यदि सुबह बनोगी, सूरज बन जाऊंगा मैं
पत्थर तुम बनना चाहो तो, मूरत बन जाऊँगा मैं
तुम यदि चाहोगी मुझसे, तेरी जीत बन जाऊंगा मैं
तू प्रेम में तो देख तप कर, शीत मैं बन जाऊंगा
तू प्रीत तो बढा मुझसे, तेरा मीत मै बन जाऊंगा
तू धुन तो बन कर देख, तेरा गीत मैं बन जाऊंगा