एक फूल चुन के लाया हूँ मै दिल के गुलशन से,
पत्तिया इसकी मेरे प्यार की रंग हें मेरी धडकन के,
रस भरा इसमें जितना जितनी खुशबू समाये,
उतनी खुशियाँ जीवन में सनम आपके आ जाये,
चाहत है यही आप सदा इसी तरहा खिले,
पल पल रहो में आपकी आशाओ के दीप जले,
ईद सा हो दिन आपका दिवाली सी रात,
मन ये देता आपको दुआओ की सोगात,
हर कामना जीवन की हो जाये आपकी पूरी,
कभी ना रहे अपकी कोई आरजू अधूरी ,
वो मिले हर खुशी दिल आपका जिसपे मरता है
आपके लिए इतनी सी दुआ ये ‘दीपक’ करता है ,