Sunday, October 25, 2020
रात काली सही मगर ढल जायेगी
Monday, October 5, 2020
रत्ती रत्ती तोल बिका हूँ
Monday, September 28, 2020
तू धुन तो बन कर देख
Thursday, September 24, 2020
बनकर मस्त मलंगा
Thursday, September 17, 2020
मेरा तुम्हारा बस प्यार ही तो है
Saturday, September 5, 2020
Thursday, September 3, 2020
जानेमन
कभी खीर, कभी अचार जानेमन
बड़ा अजीब है तेरा प्यार जानेमन
कभी हंसाती, कभी आंख दिखाती
तू है या गठबंधन की सरकार जानेमन
घर बुला कर, चाय भी न पिलाती
करती हो कितना अत्याचार जानेमन
मिलन की गर्मी, कभी बिछड़न की सर्दी
प्यार है तेरा या कोई बुखार जानेमन
चांद के चकोर, कभी धूप के आशिक
रंग बदलता ये स्वप्न संसार जानेमन
एक तेरी छुअन से बजने लगता
मेरे मन का सितार जानेमन
Tuesday, September 1, 2020
Friday, August 21, 2020
तब तक दीपक को जलने दो
गम की अंधेरी काली रातों में
बेमतलब, सब की बातों में
कोई प्रेम की बात निकलने दो
तब तक दीपक को जलने दो.
तोड़ा तुमने हर एक वादा
दिया कम, लेकर ज्यादा
अब हिसाब बराबर चलने दो
तब तक दीपक को जलने दो
रिस्तो ने ओढ़ी दूरियों की चादर
जमने लगा आंखों का सागर
अब अरमानो की बर्फ पिघलने दो
तब तक दीपक को जलने दो
मेरी आँखों मे आंसू तेरे
आंखे तेरी और सपने मेरे
कुछ ख्वाब यूँ ही और पलने दो
तब तक दीपक को जलने दो