जलती राहो में जब होगी तपन
काँटो पे पड़ेंगे जब तुम्हारे कदम
प्रिये तुमको तब याद आएंगे हम
अभी क्या अभी तो ये शुरुआत है
जीवन से ये पहली मुलाकात है
पैर है हवा में , आसमान की बात है
जब ज़मी पर आने लगेंगे कदम
प्रिये तुमको तब याद आएंगे हम
राज दोस्तो के जब खुलने लगेंगे
अपनो से धोखे जब मिलने लगेंगे
गिर कर खुद ही जब संभलने लगेंगे
शब्दो से किसीके जब होंगी आंख नम
प्रिये तुमको तब याद आएंगे हम
ठोकरें मारेंगे जब माथे पे सवाल
मस्तिष्क में उठेंगे अजब से बवाल
भर जाएगा जब रेखाओ से कपाल
धूप में कोसो दूर होगी पवन
प्रिये तुमको तब याद आएंगे हम
संग तुम्हारे भी आज नही तो कल होगा
रीत यही, तुझ संग भी यही तो छल होगा
कद्र न होगी, यद्यपि प्रेम तो निश्छल होगा
किसी झलक के बदले जब प्राण लगेंगे कम
प्रिये तुमको तब याद आएंगे हम