जिंदगी खिलती है गुलज़ार बनके
तुम देखो तो इसको प्यार करके
तुम्हारे भी नाज़ उठाएगा कोई
तुम देखो तो कभी इकरार करके
मुंह मोडना जिंदगी से कोई बात नही
खुश रहो हर गम से दो चार करके
अपनी जिंदगी को तुमने जाना ही कब है
तुमने देखा ही कहाँ कभी प्यार करके
कोई शख्स है तुम्हारी जरूरत है जिसे
सपने तुम्ही से है जिसके संसार भर के
तुम जिंदगी हो किसी की कोई तुम्हारा है
देखलो कुछ दूर तुम मेरे साथ चल के
तुम देखो तो इसको प्यार करके
तुम्हारे भी नाज़ उठाएगा कोई
तुम देखो तो कभी इकरार करके
मुंह मोडना जिंदगी से कोई बात नही
खुश रहो हर गम से दो चार करके
अपनी जिंदगी को तुमने जाना ही कब है
तुमने देखा ही कहाँ कभी प्यार करके
कोई शख्स है तुम्हारी जरूरत है जिसे
सपने तुम्ही से है जिसके संसार भर के
तुम जिंदगी हो किसी की कोई तुम्हारा है
देखलो कुछ दूर तुम मेरे साथ चल के