Sunday, September 5, 2010

Mosam

टप टप पानी बरस रहा हें ,


मैासम भी हैं सुहाना,

आओ हम तुम गाये ,

कोई प्यार का तराना ,

तराना हो कूछ ऐसा,

कि दिल झुम जाये ,

आकाश में भी काले,

बादल द्यिर आये ,

तराना हो कुछ मीठा,

सच्ची हो जिसमे प्रीत,

प्यार में डुबे हुऐ ,

हम गाये ऐसा गीत ,

तराना जो र्दद भरा न हो ,

दुनिया का गम भरा न हो ,

दिल में प्यार की उमंगे जगाये ,

आओ ,ऐसा तराना हम गाये

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