रोयेगा तडपेगा ये दिल फरियाद करेगा,
धडकन रहेगी जब तक ेतुमको याद करेगा,
चाहेगा तुम्हे ही जब तक रहेगी साॅसे ,
तमन्ना न किसी और की तुम्हारे बाद करेगा,
तुमको समेटे बैठी हें जो मेरी आॅखे,
देखने को तुमको अब ये तरसा करेगी ,
बरसात हो या के ना कभी ,लेकिन,
यादो में तेरी हरपल ये बरसा करेगी,
मेरी साॅसे तेरी खुष्बू जिनमें घुलने लगी थी ,
अब वो तरसेगी तुम्हारी खुष्बू के लिए ,
उखडी.उखडी सी रहेगी बैचेन ये अब ,
बस एक बार मिलने की आरजू के लिए ,
आॅसू जिनको कर दिया था रूकसत ,
बिन बुलाये ही अब वो चले आयेगें ,
दुनिया मे किसी को शायद वो जानते नही,
इस लिए आकर मेरी आॅखो मे बस जायेगे ,
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