Thursday, September 9, 2010

आज नही तो कल तुम चली जाओगी ,


जडपता हूआ मुझे तुम छोड जाओगी,

मेरे र्दद का तुम्हे होगा अहसास क्या,

तुम तो सारे रिस्ते ही तोड जाओगी,

जाओगी तुम में तुम्हे जाते हुए देखगा,

चाह कर भी न में तुम्हे रोक सकूॅगा ,

समझऊगा दिल को तू जायेगी वापस ,

प्यार तेरा आॅखो में अपनी छुपा के रखूगा ,

बिना तेरे ये जगहा सूनी सी लगेगी ,

कौन होगी जो अब मुझसे बाते करेगी ,

बैठे गी कौन अब कैंटिन मे मेरे साथ,

अब कौन किसी मोटी लडकी पे हॅसेगी,

जरा डाटने से मेरे अब कौन रूठ जायेगी,

कौन होगी जो बिना मनाये मान जायेगी,

अब कोैन बैठे गी लाईब्रेरी में साथ मेरे,

अब कौन मुझसे जी के प्रश्न पूछेगी ,

कौन अब मुझको नये गाने सुनायेगी ,

कौन अब मुझको प्यारी बाते सुनायेगी,

किसके लिए लिखुगा कविताये पढेगी कौन,

पागल कह के अब कौन मुझको चिडायेगी,

छोड कर यूॅ मुझको जा रही हें तू,

जाते.जाते भी मुझको रूला रही हें तू,

कहना चहाता हें आज तुमसे दीपक,

में तुमसे प्यार हूॅ दोस्त आई लव यॅू,

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