Thursday, September 9, 2010

दूर रह कर भी तू मेरे पास रहेगी,


उम्र भर इस दिल को तेरी प्यास रहेगी,

होगी न नजरो के सामने तो क्या हुआ,

मेरे दिल में तू बन के अहसास रहेगी,

ईष्वर ने हमे मिलाया करके एक बहाना,

दिल में मेरे लिखा प्यार का अफसाना,

अब उसी इ्र्रष्वर की मर्जी ये भी देखो

जुदा कर दिया हमे ,फिर करके नया बहाना,

दो चार बार मिला के मन मे जगाया प्यार ,

जीने का रहा न मरने का इतना हुआ बेकरार,

अचानक आयी आॅधी के अन्णेरा कर गयी

तू चली भी गयी मे कर भी न सका इजहार,

मेरे दिल में हें तेरे दिल में भी जगायेगा,

जो लगी हें दिल मे मेरे लगन तुझे भी लगायेगा,

जुदा करना ओर मिलाना काम हेें उस का

उसने किया हें जुदा ,हमे वो ही मिलायेगा,

अधूरा हमारा मिलन ये रह पायेगा कैसे ,

तुम्हारे बिना ,दीपक. जी पायेगा कैसे ,

बहुत बडा हें दिल उसका वो सबकी सुनता हें ,

उसी से माॅगू गा वो मना न कर पायेगा ,

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