Thursday, September 9, 2010

काट डाले उन जालिमो ने वो पेड भी सारे ,


जिन पेडो पे मैने तेरा नाम लिखा था,

ढूढ.ढूढ कर पाडे हे उन कागज के पन्नो को ,

जिन पन्नो पे तूने कोई पैगाम लिखा था,

हॅस रहे हें वो उस तहरीर को पढकर ,

जिस तहरीर में मुहब्बत ही ईनाम लिखा था,

तोड डाली हें द्यर की उस दीवार को भी ,

जिस दीवार पर मैने मेरी जान लिखा था,

ढूढने से भी न मिला आज वो कागज का टुकडा ,

जिस पन्ने पर तुझको हुष्न की शान लिखा था,

मिटा दी हर चीज उन जालिमो ने दीपक ,

जिस भी निशानी पे उसका नाम लिखा था,

दम हें तो चीर दो इस कलेजे को भी मेरे ,

इस पे अब भी लिखा हेें जो पहले नाम लिखा था,

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