Sunday, November 14, 2010

वो

सामने की गली के
आखरी मकान मे
वो रहती है
वो
जो चुप होकर भी सब कहती है
सब जानती है पर चुप रहती है
वो
जो समाज से डरती है
फिर भी प्यार करती है
मन मे भावनाये जगाती है
सपने देखती और
दिखाती है
उठती है उसके मन मे भी तरंगे
परन्तु वह दबा देती है
बस एक बार उठाकर
पलके झुका देती है
वो
जो चुपचाप ले लेती है
मेरे हर खत को
पर कोई उत्तर नही देती है
जाने क्या है
उसके मन मे
खत देती नही
पर ले लेती है?
वो
जो चाहती तो है
पर अपनाती नही
छुपाये रखती है बताती नही
घर  के किसी तन्हा कोने मे
आँसू छलकाती है
वो जिसे मै चाहता हूँ
जो मुझको चाहती है

13 comments:

  1. वाह वाह..
    क्या खूब लिखा है ... मज़ा आ गया....

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  2. बहुत बढ़िया लगी यह रचना

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  3. dil ke bhawo ko darshati hui kavita. bahut hi umda rachna.

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  4. वो
    जो चाहती तो है
    पर अपनाती नही
    छुपाये रखती है बताती नही
    घर के किसी तन्हा कोने मे
    आँसू छलकाती है
    वो जिसे मै चाहता हूँ
    जो मुझको चाहती है ...

    ---

    Mind blowing creation ! Deepak ji

    badhaii !


    .

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  5. देखिये छोटे भाई, कदे हैंडराईटिंग एक्सपर्ट के चक्कर न काटन पड़ ज्याऐं किसी दिन:)

    खत ले रही है न? ये उत्तर ही तो है। हा हा हा

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  6. मन को छू लेने वाली कविता लिखी है आपने। बधाई।

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  7. सामने की गली के
    आखरी मकान मे
    वो रहती है
    वो
    दीपक भाई ये वो कौन है हमरे लिए भाभी ढूँढ ली है क्या

    आपका भाई
    संजय भास्कर

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  8. @ Shekhar Suman
    @ VIJAY KUMAR VERMA
    @ ZEAL
    @ ehsas
    उत्साहवर्धन के आप सबका आभार

    @ मो सम कौन
    बडे भाई अभी तक तो सिर्फ ख्याली पुलाव पका रहा हूँ,
    जब जरूरत होगी तो कमप्यूटर से टाईप कर के दे दूंगा
    हैंडराईटिंग पकडे जाने का भी खतरा नही होगा
    हा हा हा

    @ संजय भास्कर
    संजय भाई तलाश जारी है जब मिलेगी तो सबका बताऊगा
    आपको सबसे पहले

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  9. "सामने की गली के
    आखरी मकान मे
    वो रहती है"

    अरे! आप तो पता बताने लगे.इससे तो प्यार रुसवा हो जायेगा.
    ये ग़लत बात,ध्यान रखिये.
    "चाहती तो है
    पर अपनाती नही"

    एक काम की बात और समझ लीजिये:-
    ख़ामोशी भी ज़बान होती है,
    ये सादगी है और सादगी क़यामत की अदा होती है

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  10. जनाब इकठठा कर रही है देखना कहीं सर्दी मे हाथ ना सेंके
    (माफ करना आदत है मजाक करने की)

    कविता बहुत अच्छी हैं

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  11. कृपया मो सम कौन और ज्योति की बात पर गौर फर्माया जाये!

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  12. @ Kunwar Kusumesh Ji
    @ Jyoti Ji
    @ Smart Indian Ji
    आज आप लोग पहली बार आये है आपका स्वागत है
    आप सबकी सलाह सर माथे पर
    आपका स्नेह यूं ही मिलता रहे
    धन्यवाद

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  13. बहुत अच्छी कविता है.

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