मेरा दर्द कब तुमको सुनाई देता है
दिल अब भी प्यार की दुहाई देता है
तेरी फितरत भी हो गयी आईने सी
जो सामने हुआ बस वो ही दिखाई देता है
उस शहर की रंगीनियों में तुम खो गए
गांव अब भी तेरे लौट आने की सफाई देता है
तेरे मेरे बीच ऐसा तो कोई वादा न था
ख्वाब तेरा मेरी आँखों मे क्यो दिखाई देता है
जरूरत उसको भी तो होगी हमराह की
वो शख्स फिर भी मुझको सिर्फ़ तन्हाई देता है
जले भी तो कैसे यूँ प्यार में "दीपक"
वो जब भी देता मुझको बस वादे हवाई देता है
जले भी तो कैसे यूँ प्यार में "दीपक"
ReplyDeleteवो जब भी देता मुझको बस वादे हवाई देता है
...वाह ! क्या बात है :(
धन्यवाद भाई
DeleteVery giod
ReplyDeleteVery nice lines
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