कुछ सपने सुहाने है कुछ अपने बेगाने है
तेरी यादों के मौसम, गीतों के बहाने है
तुम कुछ भी कहो हमसे, हम तुमको ही चाहेंगे
तुम्हे प्यार करेंगे दिलबर, तुम्हे अपना बनाएंगे
होंठो पे सिवा तेरे, नही कोई तराने है
तेरी यादों के मौसम, गीतों के बहाने है
कोई जीत कर हारा , कोई हार कर जीता
कही विष भी नही मिलता, कोई अमृत है पीता
सुख ओर दुख तो, बस आने और जाने है
तेरी यादों के मौसम , गीतों के बहाने है
तेरे मन कि हर पीड़ा मेरे मन मे उठती है
मेरे शब्दों की दुनिया तेरे प्यार में लुटती है
कुछ पास नही मेरे, बस दर्द पुराने है
तेरी यादों के मौसम , गीतों के बहाने है
Wednesday, January 3, 2018
कुछ सपने सुहाने है कुछ अपने बेगाने है
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badhiya
ReplyDeleteधन्यवाद
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