सबसे पहले तो आपको प्रणाम और बहुत दिन तक गैर हाजिर रहने के लिए क्षमा। आज 22 दिन हो गये हमारा नेट बंद पडा है, जितने चक्कर मैने ऐक्सचेंज के लगा लिये है उतने तो शायद मजनू ने लैला के घर के भी ना लगाये हो, या फिर इतनी बार मन्दिर मे जाता तो शायद भगवान भी दर्शन दे देते। पर वाह रे BSNL तुम प्रसन्न ना हुये।
इन बाईस दिनो मे कितना तडपा हूँ बस मुझे ही पता है, बहुत गुस्सा भी आया अपने BSNL पर और अपने आप पर भी। BSNL पर तो उसकी खराब सर्विस के लिए और अपने आप पर अपनी साधन हीनता के लिए। आज के मोबाईल युग मे भी हम लैंडलाईन के चक्कर मे फंसे है लेकिन करे भी तो क्या गरीब आदमी है हमारे पास मल्टीमिडिया सेट नही है कोई भी नया मल्टीमिडिया हैंडसेट पाँच छः हजार से कम नही है और ये मेरे बजट से बाहर है।
ये ब्लोगिंग इश्क से भी खतरनाक बिमारी है ना तो आशिक को अपने महबूब को देखे बिना चैन आता है और ना ही ब्लागर को ब्लाग पढे या लिखे बगैर। इस ब्लोगिंग ने हमे मंगता तक बना दिया है जिससे बात करना पसंद ना था उससे मोबाईल मांगना पड गया और जले पर नमक ये कि लोगो ने देने से मना कर दिया। खैर इन दिनो मे अपने परायो की भी काफी पहचान हुई पचासो लोगो मे से एक दिन एक ने अपना मोबाईल दिया वो भी बस 1 घंटे के लिए बस उसी घंटे मे पोस्ट (सुधर जाओ) भी डाल दी और कई जगह टिप्पीया भी लिए।
आज एक भाई साहब अपना मोबाईल मेरी दुकान मे चार्जिंग के लिए लगा कर गये (दो दिन से गाँव मे लाईट भी नही है) तेा हमने भी मौके का फायदा उठाने की सोच ली धडाधड पोस्ट लिखमारी अपने दोस्तो को बताने के लिए कि मै कुशलपुर्वक हूँ। और जैसे ही मेरा नेट चलेगा मै आप लोगो की महफिल मे फिर से हाजरी लगाऊगा।
KOI BAAT NAHI DEEPAK BHAI .....NET KI SAMASYA TO HAR JAGAH HI HAI...
ReplyDeleteCHALO MAUKE KA FAAYDA UTHA TO SAHI..........
HUM SAB KUSHAL POORVAK HAI........
ReplyDeleteAAP APNI SUNAIYE BAS
... ye bhee khoob rahee !!!
ReplyDeleteस्वागत
ReplyDeleteसही कहा मर्ज बुरा है | आप के नेट सेवा के जल्द स्वस्थ हो |
ReplyDeleteBSNL का NET (जाल)तो ऐसा है कि
ReplyDeleteजो लगाए न लगे
और कटाए न बने.
इसलिये दीपक जी, लगे रहिये!! कभी नकभी तो सुनवाई हो ही जाएगी!! हम भी दुआ करेंगे!!
चलो दीपक भाई सोना तप कर ही तो कुदंन बनता है। मुश्किलें है तो उसका हल भी निकल आएगा। घबराने की जरूरत नही है। हम इंतजार करेगें।
ReplyDeleteचलो दीपक भाई सोना तप कर ही तो कुदंन बनता है। मुश्किलें है तो उसका हल भी निकल आएगा। घबराने की जरूरत नही है। हम इंतजार करेगें।
ReplyDeleteसही कहा. मैंने भी BSNL से तौबा की थी. लगता है कोई इसे निजी कंपनी को बेचने की तैयारी कर रहा है. आपका स्वागत है.
ReplyDeleteसही तुलना की है प्यारे लैला-मजनूँ, भक्त-भगवान, ब्लॉगर-ब्लागरी में:)
ReplyDeleteनैट ठीक नहीं था तो इस दौरान डायरी में रा-मैटीरियल इकठा हो गया होगा। यूँ मान लो कि स्टॉक भरपूर है तुम्हारे पास।
बी.एस.एन.एल. के सुधरने की दुआ का कोई फ़ायदा नहीं, भगवान भी आजिज आ चुए होंगे। हमारी दुआ कुछ और है - तुम्हारे ग्राहकों के मोबाईल बिगड़ते रहें और तुम्हें ऐसे चुटकी लेने के मौके मिलते रहें:)
गुडलक दीपक।
बस राम जी से खैर मनाइए........ कब कौन रूठ (खराब) जाए कुछ नहीं कहा जा सकता........ बस चलती का नाम गाडी है.
ReplyDeletewah re bloggeeri ...
ReplyDeletesach kaha ....
betabi ka alam..yahi hal hai blogars ka..
नेट का तो सभी जगह बुरा हाल है|
ReplyDeleteप्रिय बंधुवर दीपक जी
ReplyDeleteयार , बहुत याद आती रही आपकी ।
… तो, BSNL ने दूर किया आपको हमसे !
कारण जो रहा … सब भुक्तभोगी हैं ऐसे हादसों के । बस … दुआ है, समस्या - निवारण हो … !
सच कहा आपने, ये ब्लॉगिंग इश्क से भी खतरनाक बीमारी है ।
ना तो आशिक को अपने महबूब को देखे बिना चैन आता है
और ना ही ब्लॉगर को ब्लॉग पढे या लिखे बगैर।
~*~नव वर्ष २०११ के लिए हार्दिक मंगलकामनाएं !~*~
शुभकामनाओं सहित
- राजेन्द्र स्वर्णकार
कोई बात नहीं .
ReplyDeleteनेट प्रोब्लम है तो आप बेबस होंगे ही.
सब चलता है
s w a a g a t h a i !
ReplyDeletenav varsh ki
shubhkaamnaaeiN .