Monday, June 27, 2011

प्यार और जख्म

उन जख्मो को कुरेदने में मज़ा आता है

जख्म जो भी तेरी याद दिला जाता है

छेड़ता हूँ जख्मो को, तुम्हे भूल न जाऊ कहीं

वक्त का मरहम हर जख्म सुखा जाता है

बंध भी जाते किसी रिश्ते में तो क्या होता

प्यार पे आ के ही हर रिश्ता टिक जाता है

तुमसे अलग हो के मैं जी तो रहा हूँ

नाम कृष्ण का अब भी राधा के बाद आता है


16 comments:

  1. नाम कृष्ण का अब भी राधा के बाद आता है... bhut khubsurat...

    ReplyDelete
  2. प्यार और जख्म ,,,,,.....प्यार की सुरुआत ही जख्म से होती है ,
    हमें लगती है आँख सुखी हुयी पर हर बक्त रोती रहती है ,
    हम समझा लेते है दिल को पर भला दिल से कभी धड़कन भी जुदा होती हे ,
    हमें लगती है खूबसूरत चांदनी हर वक़्त,.पर उसकी ख़ामोशी कभी हमने समझी है ,,,,,,न में पगला हूँ और न वो पगली है >><<........,

    ReplyDelete
  3. सच है रिश्ता प्यार से ही होता है ... जैसे की राधा कृष्ण का ...

    ReplyDelete
  4. rishton kee buniyad hee pyar hai .

    ReplyDelete
  5. very subtle meaning conveyd by your post. V GoooD.

    ReplyDelete
  6. छेड़ता हूँ जख्मो को, तुम्हे भूल न जाऊ कहीं
    वक्त का मरहम हर जख्म सुखा जाता है

    वक्त ज़ख़्म को सुखा जाता है और उसे ही कुरेदा जाता है. सुदंर कविता.

    ReplyDelete
  7. आपका आभार सैनी जी कि आप मेरे ब्लॉग पर पधारे. यह आपको बताना मैं आवश्यक समझता हूँ कि उस ब्लॉग को मैंने अपडेट करना लगभग बंद कर दिया है. आपका इस ब्लॉग पर स्वागत होता रहेगा.
    http://meghnet.blogspot.com/

    ReplyDelete
  8. पुराने ज़ख्म रह रह कर सालते हैं, धीरे धीरे इनकी आदत पड जाती है। दर्द के दवा बनने की बात सुनी होगी - हद से बढ़ जाने के बाद ऐसा भी हो जाता है।

    ReplyDelete
  9. 'छेड़ता हूँ ज़ख्मों को ,तम्हें भूल न जाऊँ कहीं '

    वाह .......अंतर्भावों की सजीव प्रस्तुति

    ReplyDelete
  10. वक्त का मरहम हर जख्म सुखा जाता है

    ReplyDelete
  11. ..... प्रशंसनीय रचना - बधाई
    अस्वस्थता के कारण करीब 20 दिनों से ब्लॉगजगत से दूर था
    आप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ,

    ReplyDelete
  12. वाह...इस अनूठी रचना के लिए बधाई स्वीकारें

    नीरज

    ReplyDelete
  13. Emotions are beautifully expressed !

    ReplyDelete
  14. Han ji kuch jakhm yese hi hote hai jinhe humase kuredana padta hai isase pajale ki wo sookh jaye..

    ReplyDelete