एक ही प्रभू की पूजा हम अगर करते नहीं
एक ही दरगाह पर सर आप भी रखते नहीं
अपना सजदागाह अगर देवी का स्थान है
आपके सजदो का मरकज भी तो कब्रिस्तान है
हम अपने देवताओ की गिनती अगर रखते नहीं
आप भी मुश्किल कुशाओ को तो गिन सकते नहीं
जितने कंकर उतने शंकर ये अगर मशहूर है
जितने मुर्दे उतने सजदे आपका भी दस्तूर है
अपने देवी देवताओ को अगर है अख्त्यार
आपके वलियो की ताकत का नहीं कुछ शुमार
वक्ते मुश्किल अपना नारा है "जय बजरंग बली "
आपको देखा लगाते नारा "या हैदर अली"
लेता है अवतार प्रभू अपना जो इस देश में
आपने समझा खुदा को मुस्तुफा के भेष में
जिस तरह हम है बजाते मंदिरों में घंटियाँ
तुर्बतों पर आपके देखा बजाते तालियाँ
हम भजन करते है गाकर देवताओ की खूबियाँ
कब्र पर गाते हो तुम भी झूम कर कव्वालियां
हम चढाते है बुतों पर दूध या पानी की धार
आपको देखा चढाते मुर्ग, चादर और हार
बुत की पूजा हम करे हम को मिले नारे सकर
तुम झुको कब्रों पर और तुमको मिले जन्नत में घर ?
आप मुशरिक हम भी मुशरिक मामला जब साफ़ है
"जन्नती तुम " "दोजखी हम " ये कोई इंसाफ है ?
हम भी जन्नत में रहेंगे तुम अगर हो जन्नती
वर्ना दोजख में हमारे साथ होंगे आप भी
( ये कविता मेरे दोस्त ने मुझे दी है ब्लॉग पर पोस्ट करने के लिए )
ऊपर वाला तो सब जगह एक सा हि है ...
ReplyDeletelikha to bahut achchha hai, ham log to ise man lete hain lekin aur ise nahi maante, ye khed ka vishay hai.
ReplyDeleteसब धर्मो का धर्म इंसानियत पर टिका है .....?
ReplyDeleteदमदार प्रस्तुति ।
ReplyDeleteइस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - बर्गर नहीं ककड़ी खाइए साथ साथ ब्लॉग बुलेटिन पढ़ते जाइए
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति ।
ReplyDeleteसादर।
सोच का फर्क है बस वरना...सबको सन्मति दे भगवान...
ReplyDeleteबहुत अच्छा लिखा है आपके दोस्त ने
ReplyDeleteसादर
सही लिखा है दोस्त ने और महाराज आप कब लिखेंगे कुछ?
ReplyDeletebahut hi achha likha hai aapke dost ne maf karna dost ka nam bhi likhna chahiye tha...
ReplyDelete....बहुत सुन्दर लिखा है दोस्त ने
ReplyDeleteआभार इस रचना के लिए.
ReplyDeletemanav ki mansikta ke bhram ko tod ske ,sarthak post hae bdhai..mere blog par aapka svagat hae.
ReplyDeleteवाह ! ! ! ! ! बहुत खूब सुंदर रचना,बेहतरीन भाव प्रस्तुति,....
ReplyDeleteMY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: तुम्हारा चेहरा,
MY RECENT POST ...फुहार....: बस! काम इतना करें....
very nice post.....
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत ..............
ReplyDeleteईश्वर एक है..............
ReplyDeleteइंसान ज़रूर बंटा हुआ है............
अनु
GOd is One. superb.
ReplyDeleteप्यार रामा में है प्यारा अल्लाह लगे ,प्यार के सूर तुलसी ने किस्से लिखे
प्यार बिन जीना दुनिया में बेकार है ,प्यार बिन सूना सारा ये संसार है