हम तेरी यादों में इस कदर खो जाते है
याद करते है तुमको और रो जाते है
लोग कहते है प्यार में नींद नहीं आती
सपने में तुझे मिलने को हम शाम से सो जाते है
सुबह उठ के मुंह धोने की जरूरत किसे ?
मेरे आंसू ही मेरा मुंह धो जाते है
किस किस लम्हे की जड़ निकालू दिल से
वो जब भी दीखते है नया बीज बो जाते है
मिल जाते है वो हमें हर एक मोड़ पर
दुनिया की भीड़ में अक्सर लोग खो जाते है ?
सुबह उठ के मुंह धोने की जरूरत किसे ?
ReplyDeleteमेरे आंसू ही मेरा मुंह धो जाते है
फिर तो साबुन की जरुरत भी नहीं होती होगी आपको ....हा..हा..हा..!
बहुत सुंदर शब्दों में आपने प्यार के जज्बातों को अभिव्यक्त किया है ....ऐसा ही होता है अक्सर जब दिल लगी होती है ..आपका आभार इस भावमयी रचना के लिए ...!
हम तेरी यादों में इस कदर खो जाते है
ReplyDeleteयाद करते है तुमको और रो जाते है
लोग कहते है प्यार में नींद नहीं आती
सपने में तुझे मिलने को हम शाम से सो जाते है
बहुत सुन्दर पोस्ट
भगवान हनुमान जयंती पर आपको हार्दिक शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteदिल्लगी से दिल की लगी तक का सफर यही तो नहीं ?
ReplyDeleteअरे भाया, हम तो सोये रहने को भी तैयार हैं अगर मिलने की बात पक्की हो जाये, सपनों में ही सही।
ReplyDeletebhit acchi...
ReplyDeleteसुबह उठ के मुंह धोने की जरूरत किसे ?
ReplyDeleteमेरे आंसू ही मेरा मुंह धो जाते है
क्या बात हे,
लोग कहते है प्यार में नींद नहीं आती
ReplyDeleteसपने में तुझे मिलने को हम शाम से सो जाते है
बहुत ही खूबसूरत रचना....सुंदर भावों के साथ सुंदर शब्द
सुबह उठ के मुंह धोने की जरूरत किसे ?
ReplyDeleteमेरे आंसू ही मेरा मुंह धो जाते है
...........बहुत बढ़िया....सही कहा आपने..
teri yaad mae shaam se hi so jate hae.....bahut khub..
ReplyDeleteसुन्दर! वो न सुन सकेगा तेरी सदा ...
ReplyDeleteमेरे आंसू ही मेरा मुंह धो जाते है...वाह !..बेहतरीन अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ,
ReplyDeleteक्या करोगे आशिकों के हिस्से में रात कुछ इस तरह का ही काम करती है
"MAKTAB-E-ISHQ KA EK DHANG NIRALA DEKHA,
ReplyDeleteUSKO CHUTTI NA MILI; JISKO SABAK YAAD HUA.....
BAHUT SACHCHI ABHIVYAKTI
सुबह उठ के मुंह धोने की जरूरत किसे ?
ReplyDeleteमेरे आंसू ही मेरा मुंह धो जाते है
क्या बात हे-2-2-2-2
लोग कहते है प्यार में नींद नहीं आती
ReplyDeleteसपने में तुझे मिलने को हम शाम से सो जाते है
भई , मुझे तो ये शेर बहुत पसंद आया.
सुबह उठ के मुंह धोने की जरूरत किसे ?
ReplyDeleteमेरे आंसू ही मेरा मुंह धो जाते है
बेहतरीन अभिव्यक्ति।
आज गुड फ्राई डे क अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं आपको !!
अच्छा रहा यादों का सफ़र ...शुभकामनायें !!
ReplyDeleteबेहतरीन अभिव्यक्ति .......आभार !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति| आभार|
ReplyDeleteलोग कहते है प्यार में नींद नहीं आती
ReplyDeleteसपने में तुझे मिलने को हम शाम से सो जाते है ..
Kya baat hai Deepak ji ... isi ko pyaar kahte hain .. lajawaab ...
बेहतरीन भावपूर्ण रचना के लिए बधाई ....
ReplyDeleteवाह वाह बहुत बढ़िया.... बहुत खूबसूरती से शब्दों को गूंथा है..
ReplyDeletedeepak ji namaskar
ReplyDeleteblog par kafi dino se nahi aa paya mafi chahata hoon
gazab ka andaz hein aapka
ReplyDeleteaabhar
'सुबह उठके मुंह धोने की जरूरत किसे ?
ReplyDeleteमेरे आंसू ही मेरा मुंह धो जाते हैं '
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चोट गहरी है मित्र ........ज़ख्म दिखाई देता है
bhai aapto kavita likhne me mahir ho gaye hain. :)
ReplyDeleteलोग कहते है प्यार में नींद नहीं आती....
ReplyDeletejai baba banaras........................
Bahut sunder rachana......
ReplyDeleteye panktiya bahut bhaee hai....
लोग कहते है प्यार में नींद नहीं आती
सपने में तुझे मिलने को हम शाम से सो जाते है ..
ati sunder .
@ केवल राम जी
ReplyDelete@ राजपुरोहित जी
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ब्लॉग पर आकार उत्साह वर्धन के लिए धन्यवाद
हम तेरी यादों में इस कदर खो जाते है
ReplyDeleteयाद करते है तुमको और रो जाते है
लोग कहते है प्यार में नींद नहीं आती
सपने में तुझे मिलने को हम शाम से सो जाते है
sundar ahsaaso ki rachna hai ,bahut pyaari hai .
मिल जाते है वो हमें हर एक मोड़ पर
ReplyDeleteदुनिया की भीड़ में अक्सर लोग खो जाते है
अच्छी भावाभिव्यक्ति.